धन संबंधी सभी समस्याओं को दूर करने के लिए घर में सजाएं ये 5 पौधे

धन संबंधी सभी समस्याओं को दूर करने के लिए घर में सजाएं ये 5 पौधे

धन संबंधी सभी समस्याओं को दूर करने के लिए घर में सजाएं ये 5 पौधे

वास्तु और ज्योतिष की मान्यता के अनुसार ऐसे पौधे भी होते  हैं जो सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा फैलाते हैं। घर में या घर के आंगन में सकारात्मक पौधे लगाने से धन, सुख, शांति और समृद्धि आती है।

आइए जानते हैं ऐसे ही 5 पौधों के बारे में जो आपके जीवन में धन संबंधी और आपके अच्छे कार्यों में आ रही सभी समस्याओं को दूर कर आपको करोड़पति बना सकते हैं।

1. मनी प्लांट या क्रसुला ओवाटा: माना जाता है कि मनी प्लांट की बेल के घर में रहने से समृद्धि बढ़ती है। मनी प्लांट को आग्नेय दिशा में लगाना उचित माना जाता है। इस दिशा के देवता गणेश जी हैं जबकि इसके प्रतिनिधि शुक्र हैं। दूसरी ओर, क्रसुला ओवाटा भी एक प्रकार का मनी प्लांट है। ऐसा माना जाता है कि यह पौधा लगाने से धन की प्राप्ति होती है। फेंगशुई के अनुसार अच्छी ऊर्जा की तरह क्रसुला भी घर में धन को आकर्षित करता है। अंग्रेजी में इसे जेड प्लांट, फ्रेंडशिप ट्री, मनी प्लांट या लकी प्लांट भी कहा जाता है।

2. लक्ष्मण या सफेद पलाश : यह पौधा बहुत ही दुर्लभ होता है। हालांकि, अगर आपको यह कहीं भी मिल जाए, तो इसे अपने घर के आंगन या गैलरी में लगाएं। ऐसा माना जाता है कि लक्ष्मण का पौधा भी धनलक्ष्मी को आकर्षित करने में सक्षम है। इसे घर में किसी भी बड़े गमले में उगाया जा सकता है। कहते हैं जिसके घर में सफेद पलाश और लक्ष्मण के पौधे होते हैं, उनके घर में धन की वर्षा होने लगती है।

3. कनेर : कनेर प्रजाति तीन प्रकार की होती है। एक सफेद कनेर, दूसरा पीला कनेर और तीसरा लाल कनेर। कनेर के पौधे को देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। सफेद कनेर के फूल देवी माता लक्ष्मी जी को अर्पित करना बहुत लाभकारी होता है।

4. सफेद अपराजिता: यह पौधा धनलक्ष्मी को आकर्षित करने में सक्षम है। संस्कृत में इसे अस्फोता, विष्णुप्रिया, विष्णुकांता, अश्वखुरा, गिरिकर्णी कहा जाता है। सफेद और नीले रंग की अपराजिता औषधीय गुणों से भरपूर होती है।

5. रजनीगंधा या हरसिंगार: पारिजात के फूलों को शैफालिका और हरसिंगार भी कहा जाता है। यह वृक्ष जहां भी घर या आंगन में होता है, वहां हमेशा शांति और समृद्धि बनी रहती है। इसके फूल तनाव को दूर कर खुशियां भरने की क्षमता रखते हैं। हरसिंगार की तीन किस्में होती हैं। इसका उपयोग इत्र बनाने और सुगंधित तेल बनाने के लिए भी किया जाता है। इसमें कई औषधीय गुण भी पाए जाते है।