जानिए उड़द की दाल कैसे दूर करती है आपकी गरीबी और दुर्भाग्य
जानिए उड़द की दाल कैसे दूर करती है आपकी गरीबी और दुर्भाग्य
उड़द की दाल न सिर्फ खाने के काम आती है बल्कि उड़द की दाल के कुछ ऐसे उपाय भी हैं जो न सिर्फ गरीबी दूर करने में मददगार हैं बल्कि जीवन की कई समस्याओं को भी दूर करेंगे।
दुर्भाग्य दूर करने के लिए:
शनिवार की शाम को उड़द के दो साबुत अनाज लेकर उन पर थोडा सा दही-सिंदूर लगाकर 21 दिनों तक नियमित रूप से पीपल के पेड़ के नीचे रख दें, इस बात का ख्याल रखें कि वापस आते समय पीछे मुड़कर न देखें।
शनि दोष को दूर करने के लिए:
शनि के दृष्टि दोष को दूर करने के लिए शनिवार की सुबह कौवे को 4 बड़े दाने उड़द की दाल के अपने सिर से 3 बार उल्टा घुमाकर खिलाएं। ऐसा अगर आप सात शनिवार तक करते हैं तो शनि दोष दूर हो जाएगा। उड़द का दान करने से भी शनि दोष कम होता है। भिखारी को उड़द की कचौरी खिलाने से भी काम बनता है। आप किसी सफाईकर्मी को उड़द की दाल दान कर सकते हैं।
गरीबी मिटाने के लिए :
शनिवार के दिन अपने बिस्तर या पलंग के नीचे किसी बर्तन में सरसों का तेल रखें। अगले दिन उस तेल में उड़द की दाल की पकौड़ी बनाकर कुत्तों और गरीबों को खिलाने से दरिद्रता दूर होती है और लक्ष्मी आती है।
यह कैसे जानें की दुकान बंधी है?
अगर आपको लगता है कि किसी ने आपकी दुकान बांध दी है तो रविवार की शाम को 40 दाने लेकर उन पर निम्नलिखित मंत्र का चालीस बार जाप करें और समान मात्रा में दुकान के चारों कोनों में रख दें। अगले दिन की सुबह, जांच लें कि उड़द के दाने साबुत हैं या उनमें से कुछ बिखरे हुए, टूटे हुए या फूटे हुए हैं। अगर यह पूरे है तो दुकान बंधी हुइ नहीं है और अगर यह पूरे नहीं है तो दुकान बंधी है। मंत्र:- भंवर वीर, तू चेला, मेरी शंख की दुकान कहलाती है, जो लाठी उठाती है, मॉल, भंवर वीर को अवशोषित नहीं करना चाहिए।
एक नया उधोग शुरू करने के लिए:
यदि आप एक व्यवसायी हैं, पुराने उधोग के चलते एक नया उधोग शुरू करना चाह रहे हैं, तो अपने पुराने कारखाने से कोई भी लौह सामग्री लाकर अपने नए उधोग पर ला कर रख दें। जिस स्थान पर आप इसे रखेंगे उस स्थान पर स्वस्तिक बना लें और उस पर थोड़ी सी काली उड़द रख दें और उस वस्तु को उस पर रख दें। ऐसा करने से नया उधोग भी पुराने उधोग की तरह सफलतापूर्वक चलेगा।
धन समृद्धि के लिए:
शुभ मुहूर्त में उड़द की दाल को पीसकर उसके दो बड़े बना लें। शाम को सूर्यास्त के समय उन्हें शुद्ध दही और सिंदूर लगाएं। ध्यान रहे कि उड़द की दाल में और कोई दाल न मिले। बड़ों को लेकर पीपल के पेड़ के नीचे पीपल को प्रणाम करें। बिना पीछे देखे घर लौटें। ध्यान रहे कि रास्ते में कहीं भी न रुकें और किसी से बात न करें। ऐसा अगर आप 21 शनिवार तक करते हैं तो आपको धन की प्राप्ति होगी।
सभी समाधानों के लिए:
डेढ़ किलो उड़द की दाल और दो सौ ग्राम काले तिल को एक साथ पीस लें। अब प्रत्येक मंगलवार को आटा गूंथ कर दीपक बनाकर 11 मंगलवार तक बढ़ते क्रम में हनुमान जी को चढ़ाएं। जैसे पहले दिन एक दीपक, दूसरे दिन दो और तीसरे दिन तीन दीपक। इसी तरह 11 दिन तक 11 दीपक लगाएं। इस दीपक को सरसों के तेल में ही रखें। 11 दिन पूरे होने पर घटते क्रम में दीपक जलाना शुरू करें। इस उपाय को करने से आपको हर तरह की परेशानी से निजात मिल जाएगी।